काँके जस्यान परबू थाँकी चन्ता करे हे वस्यान मूँ भी थाँकी चन्ता करूँ हूँ। मूँ थाँकी बात एकीस मसी का हाते लगा मेली हे जणीऊँ मूँ थाँने पुवितर कूँवारी छोरी का जस्यान मसी ने हूँप दूँ।
काँके आपाँ जाणा हा के, जस्यान परमेसर परबू ईसू ने मरिया तका मेंऊँ जीवता किदा हे, वस्यानीस वीं आपाँने भी ईसू का हाते जीवता करी अन माँने भी थाँका हाते परमेसर का हामे ऊबा करी।
मसी का बारा में परच्यार करन आपीं मनकाँ ने चेतावा हा अन पूरा ग्यानऊँ मनकाँ ने हिकावा हाँ, ताँके हाराई मनकाँ में मसी का हाराई गुण भरन परमेसर का हामे ला सका।
आ बात हाँची हे तो मसी को लुई कतरो जोरावर वेई? जणी अनंत आत्माऊँ खुद ने निरदोस बली का रूप में हमेस्या वाते परमेसर के चड़ा दिदो। वींके अस्यान करबाऊँ अन वींके लुईऊँ आपाँने मोत का आड़ीऊँ लेन जाबावाळा करमाऊँ आपणाँ मन सुद कर करी, ताँके आपाँ जीवता परमेसर की सेवा कर सका।
ईं वाते हो मारा लाड़ला भायाँ, थाँ अणा बाताँ की वाट नाळरिया हो, ईं वाते थाँ पुरी कोसीस करो के, परमेसर की नजरा में खरा, बना दोस का अन सान्तीऊँ रेबावाळो केवावो।
ईं मनक कूँवारा हा अन ने ईं कणी लुगई का हाते कदी हूँता। अन जटे वीं उन्यो जातो ईं वींके हाते वे जाता। ईं परमेसर का वीं पेला फळ हे, ज्याँने मोल देन छुड़ाया ग्या हा।