ओ धण्या, जस्यान मसी मण्डळीऊँ परेम राकन, वींने पाणी अन वसनऊँ धोन पुवितर बणाबा का वाते आपणाँ खुद ने बली कर दिदो। वस्यानीस थाँ भी आपणी-आपणी लुगायाऊँ परेम राको।
ओ हाळयाँ, ज्यो दनियादारी में थाँका मालिक हे, वाँकी हारई बाताँ ने मान्याँ करो, मनकाँ ने खुस करबा वाते वींका हामेईस ने, पण हाँचा मनऊँ अन परमेसर की दरपणी का हाते मान्याँ करो।