ईं वाते थाँ आपणो अन आपणी हाराई गारा को ध्यान राको जिंने पुवितर आत्मा थाँका हात में हुप्याँ हे के, थाँ परमेसर की मण्डली की रुकाळी करो, ज्याँने परमेसर आपणाँ बेटा का लुईऊँ मोल लिदी हे।
क्यो जावे हे के, “खाणो पेट का वाते अन पेट खाणा का वाते हे।” पण परमेसर अणा दुयाँ ने खतम कर देई अन देह कुकरम का वाते ने हे, पण परबू की सेवा का वाते हे अन देह का वाते परबू वेवस्ता करे हे।
वोईस आपणी देह को, मतलब मण्डली को मातो हे। वोईस सरुआत हे अन वोईस पेलो हे ज्यो मरयाँ तका मूँ पाछो जी उट्यो हो। ताँके हारी बाताँ में वींनेईस पेली जगाँ मले।
अन परमेसर का बेटा ईसू मसी के हरगऊँ पाच्छा आबा की वाट नाळता रेवो, जिंने वणा मरिया तका मेंऊँ पाच्छा जीवतो किदो हो, अन वींइस आपाँने परमेसर की आबावाळी रीसऊँ बंचावे हे।
वीं एक नुवो गीत गाबा लागा हा के, “थाँ ईं किताब ने अन ईंपे लागी तकी मोराँ ने खोलबा जोगो हो, काँके थाँ बली चड़न थाँका लुईऊँ हाराई कुल का मनकाँ ने, हारी बोली बोलबावाळा ने, हारी जात्या का मनकाँ ने परमेसर वाते मोल लिदो हे।