हो विस्वासी भायाँ, आपणाँ परबू ईसू मसी का नाम में मारी थाँकाऊँ विनती हे के, थाँ हाराई एकीस बात केवो, थाँकामें कई भी फुट ने वेवे, एकीस मन अन एकीस मत वेन मल्या तका रेवो।
हो विस्वासी भायाँ, मूँ अणा आकरी सबदा का हाते अणी कागद ने बन्द कररियो हूँ, राजी रिया करो, थाँका वेवार ने बदलो, एक-दूँजा ने हिम्मत बंदावो, सान्ती अन मेल-मिलापऊँ रो, तद्याँ परमेसर ज्यो परेम अन सान्ती का दाता हे थाँका हाते रेई।