16 मसी का केवा में हरेक टेको देबावाळा जोड़ऊँ डील का हाराई अंग जोड़्या जावे अन एक वेजावे हे। ईं वाते जद्याँ हरेक अंग आपणो आपणो काम करे तद्याँ आको डील वदतो जावे हे अन वो परेम में भी वदे हे।
“मूँ अंगूरा की वेलड़ी हूँ, थाँ डाल्याँ हो, ज्यो मारा में बणी रेवे हे अन मूँ वाँमें वाँ हेला फळ देवे हे। काँके माराऊँ न्यारा वेन थाँ कई भी ने कर सको हो।
अन वीं आपणाँ खुद ने मसी का केबा में ने राके हे ज्यो हाराऊँ मोटो हे। मसी का वजेऊँ हारी काया ज्योड़ अन हाड़क्याऊँ मलन जस्यान परमेसर छावे हे वस्यान बड़ती जावे।
एक ओरी वजेऊँ माँ थाँका वाते परमेसर को धन्नेवाद करा हाँ के, जद्याँ माँ थाँने परमेसर को हव हमच्यार हुणायो हो जद्याँ थाँ ईंने मनकाँ का आड़ीऊँ ने जाण्यो पण परमेसर को जाणन ईंने मान्यो अन हाँच भी योईस हे, ईं वजेऊँ परमेसर थाँकामें जद्याँ विस्वास करो हो तो काम करे हे।
हो भायाँ-बेना, थाँका वाते माँने परमेसर ने धन्नेवाद देतो रेणो छावे अन ओ सई भी हे, काँके थाँको विस्वास घणो बड़तो जारियो हे, अन थाँको हाराई को परेम एक-दूँजा में घणो फल-फुलरियो हे।
अबे जद्याँ थाँ हाँच ने मानता तका, हाँचा भईचारा का परेम ने बताबा का वाते आपणी आत्माने पुवितर कर लिदी हे, ईं वाते थाँ एक-दूँजा में पुवितर मनऊँ परेम करबा की मनसा बणालो।
जस्यान को परेम परमेसर आपाऊँ राक्यो हे वींने आपाँ जाणा हाँ अन आपाँ वींमें विस्वास भी किदो हे। परमेसरइस परेम हे। ज्यो भी मनक परेम करे हे वो वींमें बण्यो तको रेवे हे अन परमेसर वींमें वास करे हे।