5 पुराणी टेम में ईं राज ने मनकाँ पे परगट ने किदो ग्यो हो, अबाणू परमेसर पुवितर आत्माऊँ वींका पुवितर थरप्या तका अन वाँका आड़ीऊँ बोलबावाळा पे परगट किदो ग्यो।
काँके मूँ थाँकाऊँ हाचेई कूँ हूँ के, नरई परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन धरमी मनक अणा बाताँ ने देकणी अन हूणणी छाता हा, पण वीं ने देक सक्या अन ने हुण सक्या।
ईं वाते देको, मूँ थाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन अकलमन्द अन गरुवा ने खन्दाऊँ हूँ अन वणा मूँ करता ने तो मार नाको अन हूळी चड़ावो, अन किंने आपणाँ परातना घर में कोड़ा मारो अन एक नगरऊँ दूजाँ नगर दोड़ता फरो हो।
काँके, मूँ थाँने बताणो छावूँ हूँ के, नरई राजा अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अणा बाताँ ने देकणी छाया, पण वीं देक ने सक्या अन ज्यो बाताँ थाँ हुणरिया हो वाँने वणा हूणणी छई, पण हुण ने सक्या।”
ईं वाते परमेसर को ग्यान भी केवे हे के, ‘मूँ वाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन खन्दाया तका ने खन्दाऊँ। पसे वीं वाकामूँ वीं करता ने तो मार नाकी अन नरई ने हताया करी।’
पतरस वाँने क्यो, “थाँ जाणो हो के, एक यहूदी के वाते ज्यो यहूदी ने हे वणीऊँ वेवार राकणो कन वाँका नके जाणो नेम को उल्टो हे। पण परमेसर मने बतायो के, मूँ किंने भी हुगलो अन असुद ने केवूँ।
जणीऊँ थाँ वीं बाताँ ने जी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा पुवितर मनकाँ पेल्याँई क्यो हो, वाँने थाँ आद कर सको अन आपणाँ छुटकारो देबावाळा परबू ईसू मसी की आग्या ने, अन जो थाँका खासतोर थरप्या तका चेला थाँने जो आग्या दिदी ही, वाँको थाँ ध्यान कर सको।