वे जद्याँ वरत करता तका परबू की मेमा कररिया हा, तद्याँई पुवितर आत्मा क्यो, “बरनबास अन साउल ने जीं काम के वाते में बलाया हा, वीं काम के वाते वाँने न्यारा कर दो।”
पण पोलुस अन बरनबास बनाई दरप्या क्यो, “ओ जरूरी हे के, परमेसर का बचन सबऊँ पेल्याँ थाँने हूणावाँ, पण थाँकाणी वाँने नकारता तका खुद ने अमर जीवन जीबा के जोगा ने हमज्या। ईं वाते माँ अबे यहूदियाँ ने छोड़न जो यहूदी ने हे वाँका नके जारिया हा।
अबे मूँ थाँ ज्यो यहूदी ने हो, थाँकाऊँ केरियो हूँ। काँके जस्यान खासतोर मूँ ज्यो यहूदी ने हे वाँ मनकाँ का वाते थरप्यो तको चेलो हूँ, अन मने मारा काम में गुमान हे काँके में मारा काम में पूरो मन लगा राक्यो हे।
ईं वाते वींकी दया की वजेऊँ ज्या मने मली हे। वींने ध्यान में लेन मूँ थाँने केवूँ हूँ जतरा थाँ हो वणी हेला खुद ने मती हमजो हे, पण विस्वास का जस्यान जतरी कबालियत परमेसर थाँने दिदी हे वतरोइस खुद ने हमजो।
मूँ हाराई पुवितर मनकाँऊँ फोरो हूँ, पण मारा पे आ करपा वीं के, मूँ मसी का अनमोल धन ने ज्यो हमजऊँ बारणे हे वींका हव हमच्यार ने ज्यो यहूदी ने हे वाँ लोगाँ ने हूणाऊँ
अन वाँ मनगड़त केण्याँ अन वंसावल्या पे मन ने लगावे, ज्यो लड़ई-जगड़ो करावे हे अन परमेसर की वीं मरजी ने पुरी ने वेवा देवे हे, ज्या खाली विस्वासऊँ पुरी वे सके हे।
अन ईं गवई ने जी यहूदी ने हे वणामें हुणाबा का वाते मूँ एक हिक देबावाळा अन ईसू को थरप्यो तको चेलो बणायो ग्यो हूँ, ताँके विस्वास का सन्देस अन हाँच को हेलो पाड़ सकूँ। मूँ जूटो कोयने हूँ, मूँ हाँच बोलरियो हूँ।