तो आ बात साबत वेवे हे के, परमेसर को वादो विस्वास को फळ हे ज्यो वाँकी करपाऊँ में मले हे। अणीस वजेऊँ परमेसर को वादा अबराम का हाराई लोगाँ पे लागू वेवे हे, अन बेस वाँका वातेईस ने जीं नेमाने माने हे पण वाँ हाराई पे जीं अबराम का जस्यान विस्वास राके हे। वो आपणाँ हाराई को बापू हे।
काँके जद्याँ आपाँ परमेसर का दसमण हा। तो परमेसर आपणाँ बेटा की मोतऊँ आपणो मेल-मिलाप खुदऊँ किदो। अन जद्याँ अबे आपणाँ मेल-मिलाप वेग्यो हे तो वाँका जीवनऊँ आपाँ काँ ने बंचाया जावा?
मसी पे विस्वास करबा के पेल्याँ आपीं आपणाँ पापाँ की वजेऊँ आत्मा में मरिया तका अन बना खतना का हा। पण अबे परमेसर आपाँने ईसू मसी का हाते पाच्छा जिवाया अन आपणाँ हाराई पापाँ ने माप किदा हे।
यो ईं वाते ने व्यो के, आपाँ धरम का काम कररिया हा, पण आ वाँकी करपाइस ही के, वो आपाँने पुवितर आत्मा का आड़ीऊँ बंचावे, ज्या आपाँने धोन नुवो जनम अन नुवो जीवन देवे हे।