पतरस वाँने क्यो, “मन ने बदलो अन आपणाँ पापाँ की मापी के वाते थें हारई ईसू मसी का नामऊँ बतिस्मो लेवो। परमेसर थाँने पापाऊँ मापी देई अन थाँने पुवितर आत्मा को दान मल जाई।
ईं वाते थाँ आपणो अन आपणी हाराई गारा को ध्यान राको जिंने पुवितर आत्मा थाँका हात में हुप्याँ हे के, थाँ परमेसर की मण्डली की रुकाळी करो, ज्याँने परमेसर आपणाँ बेटा का लुईऊँ मोल लिदी हे।
ईसू मसी की मोत पे विस्वास करबाऊँ पापाँ की मापी पाबा का वाते परमेसर ईसू मसी ने एक बलीदान का रूप में दे दिदो, ईं तरियाँ परमेसर आपणी धारमिकताने परगट किदी, काँके परमेसर समता खान मनकाँ का पेल्याँ का पापाँ को दण्ड ने दिदो अन छोड़ दिदा हा।
अन परमेसर का आड़ीऊँ थाँ ईसू मसी में हो, मसी ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ आपणाँ वाते ग्यान ठेरियो अन वींका वजेऊँ आपाँ परमेसर का हामे सई अन पुवितर मनक बण्या अन आपाँने छुटकारो मल्यो।
काँके थाँ आपणाँ परबू ईसू मसी की दया ने तो जाणोइस हो अन थाँ ओ भी जाणो हो के, वीं अमीर वेता तका भी थाँका वाते गरीब बणग्या। जणीऊँ वाँकी गरीबीऊँ थाँ अमीर वे जावो।
अन थाँका मन की आक्याँ खुल जावे ताँके थाँने पतो चाल जावे के वा आस कई हे, जिंका वाते थाँने वणा बलाया हे। अन जणी हक ने वो आपणाँ हारई पुवितर लोगाँ ने देई, वो कतरो मोटो अन अनमोल हे।
मूँ हाराई पुवितर मनकाँऊँ फोरो हूँ, पण मारा पे आ करपा वीं के, मूँ मसी का अनमोल धन ने ज्यो हमजऊँ बारणे हे वींका हव हमच्यार ने ज्यो यहूदी ने हे वाँ लोगाँ ने हूणाऊँ
वाँ बात परमेसर जिंका पे परगट करणो छारिया हो, वाँने ध्यान वीं जावे के, वीं परमेसर की मेमा को मोल हाराई मनकाँ में कई हे, अन वाँ बात आ हे के, मसी ज्यो मेमा की आस हे वाँ थाँकामें बणी तकी रेवे हे।
मसी पे विस्वास करबा के पेल्याँ आपीं आपणाँ पापाँ की वजेऊँ आत्मा में मरिया तका अन बना खतना का हा। पण अबे परमेसर आपाँने ईसू मसी का हाते पाच्छा जिवाया अन आपणाँ हाराई पापाँ ने माप किदा हे।
काँके मसी भी आपणाँ पापाँ का वाते दुक जेल्यो हो। ईंको मतलब ओ हे के, वो निरदोस हो तो भी वो आपणाँ पाप का वाते एक दाण मरग्यो, जणीऊँ वो आपाँने परमेसर का नके ले जावे। वो देह का रूप में तो मरग्यो, पण आत्मिक रूप में जिवायो ग्यो हे।
हाँचो परेम ओ ने हे के, आपाँ परमेसरऊँ परेम किदो, पण वो ओ हे के, परमेसर आपाऊँ परेम किदो अन आपणाँ पाप धोवा का वाते आपणाँ बेटा ने बलीदान वेवा का वाते खन्दा दिदो।
ईं मनक कूँवारा हा अन ने ईं कणी लुगई का हाते कदी हूँता। अन जटे वीं उन्यो जातो ईं वींके हाते वे जाता। ईं परमेसर का वीं पेला फळ हे, ज्याँने मोल देन छुड़ाया ग्या हा।
वीं एक नुवो गीत गाबा लागा हा के, “थाँ ईं किताब ने अन ईंपे लागी तकी मोराँ ने खोलबा जोगो हो, काँके थाँ बली चड़न थाँका लुईऊँ हाराई कुल का मनकाँ ने, हारी बोली बोलबावाळा ने, हारी जात्या का मनकाँ ने परमेसर वाते मोल लिदो हे।