ईं वाते जणी दनऊँ माँ थाँका बारा में ओ हुण्यो, वीं दनऊँ थाँका वाते परातना करणी ने छोड़ी। माँकी परमेसरऊँ याईस परातना हे के, हाराई आत्मिक ग्यान अन हमज का हाते परमेसर आपणी मनसा का ग्यानऊँ थाँने भर दे।
हो भायाँ-बेना, थाँका वाते माँने परमेसर ने धन्नेवाद देतो रेणो छावे अन ओ सई भी हे, काँके थाँको विस्वास घणो बड़तो जारियो हे, अन थाँको हाराई को परेम एक-दूँजा में घणो फल-फुलरियो हे।