6 अणा हाराई कामाँ मस, परमेसर को कोप वींने ने मानबावाळा पे भड़के हे।
परमेसर की रीस हरगऊँ वणा मनकाँ का हरेक पाप अन बुरई का हामे परगट वेवे हे, जीं हाँच ने बुरईऊँ दबान राके हे।
कुई थाँने फोगट की बाताँऊँ धोको ने दे, काँके ईं कामाँ का मस परमेसर की रीस वींकी आग्या ने, ने मानबावाळा पे भड़के हे।
आग्या मानबावाळा बाळक के जस्यान रेवो। पेल्याँ थाँकामें ज्या बुरी मरजी ही, वींके जस्यान मती रो, काँके तद्याँ थाँ बना ग्यान का हा।
पण जादु-टोना करबावाळा, कुकरमी, हत्यारा, मूरती पुजबावाळा, अन हरेक तरियाऊँ जूट पे चालबावाळा, जूटऊँ परेम करबावाळा ईं अड़क्या गण्डकड़ा का जस्यान हे अन ईं हाराई नगरऊँ बारणे पड़्या रेई।