ईं वाते हो विस्वासी भायाँ विस्वास में बना आगा-पाछा व्या गाटा बण्या तका रेवो अन परबू को काम करबा वाते खुद ने त्यार राको, काँके थाँ तो जाणो हो के, परबू वाते किदो ग्यो काम बेकार ने वे जावे।
हो विस्वासी भायाँ, जद्याँ माँ थाँका हरदाऊँ ने पण देहऊँ थोड़ीक देर का वाते छेटी व्या हा, तो माँने थाँकी घणी आद अई हे अन थाँकाऊँ पाच्छा मलबा की माँ घणी कोसीस कररिया हाँ।
वाँ आस आपणाँ जीवन का वाते अस्यो लंगर हे ज्यो एक जगाँ पाको हे ज्यो हाली ने सके हे। अन आपणी आस का वजेऊँ आपाँ अस्यान का हा, मानो आपाँ परमेसर की वीं जगाँ में पराग्या, जटे मायाजकइस जा सके हे, ज्या परदाऊँ ढाकी तकी हे।