21 थाँ अस्या नेमा का वंस में काँ रेरिया हो? जस्यान के, “ईंने ने तोकणो, ईंने ने चाकणो अन ईंके हात भी ने लगाणो।”
“ईं वाते परबू केवे हे के, थाँ वणाऊँ न्यारा वेन बारणे निकळो, वणाऊँ खुद ने छेटी करो अन ज्यो खराब हे वींके कदी भी हात मती अड़ाज्यो तद्याँईस मूँ थाँने अपाणाऊँ।
जद्याँ के, थाँ मसी का हाते दनियाँ का रिति-रिवाज के आड़ीऊँ मरग्या हो, तो पछे काँ वणाके जस्यान ईं दनियाँ का रिवाजाँ में जीवन बितारियाँ हो?
ईं हंगळी चिजाँ काम में आती आती नास वे जाई, काँके ईं मनकाँ का बणाया तका नेम अन हिक हे।
अस्यान का मनक ब्याव करबा ने गलत अन खाबा की कई चिजाँऊँ रका राकबा की हिक देई, पण परमेसर वणा चिजाँ ने ईं वाते बणई के, विस्वास अन हाँच ने जाणबावाळा वाँने परमेसर को धन्नेवाद देन खावे।