14 अन नेमाँ का वीं लेकऊ ज्यो आपणाँ हामे अन दसमण हो, वाँने वगाड़ी नाक्या, अन वाँने ईसू हूळी पे खिला ठोकन आपणाँ हामेंऊँ छेटी कर नाक्यो।
वीं दुई परमेसर की देकणी में घणा धरमी हा। अन परमेसर की आग्या को अन वींका नेमाँ को वीं पुरी तरियाऊँ पालण करता हा।
ईं वाते थाँ आपणो मन बदलो अन परमेसर का दयने आ जावो, ताँके परमेसर थाँका पापाँ ने माप करे
जद्याँ के, थाँ मसी का हाते दनियाँ का रिति-रिवाज के आड़ीऊँ मरग्या हो, तो पछे काँ वणाके जस्यान ईं दनियाँ का रिवाजाँ में जीवन बितारियाँ हो?
काँके पाप को भेद अबाणू भी काम करतो जारियो हे, पण अबाणू तईं वींने एक रोकबावाळो हे अन ओ ईंने जद्याँ तईं रोक्यो राकी, तद्याँ तईं रोकबावाळो छेटी ने वे जावे।
पुराणी आग्या ईं वाते रद वेगी ही, काँके वाँ कमजोर अन बेकार ही।
नवो करार करन वणी पेला करार ने बेकार ठेरायो हे अन ज्याँ चीज पुराणी अन बेकार वे जावे हे, वींको खतम वेणो जरूरी हे।
वीं आपणाँ पापाँ ने खुद की देह पे लेन हूळी पे चड़ग्या, ताँके आपाँ पाप का वाते मरन धारमिकता का वाते जीवन जीवाँ, वींके मार खाबा के वजेऊँ थाँ हव व्या हो।