26 पछे परबू के एक हरग-दुत फिलिपुसऊँ क्यो, “उटन लंकवऊँ पाल्डे वीं कांकड़ का गेला पे जा, जो यरूसलेमऊँ गाजा जारियो हे।”
वे बोल्या, “माँ ने फोज का सरदार कुरनेल्युस खन्दाया हे, जो एक धरमी अन परमेसरऊँ दरपबावाळो मनक हे। हाराई यहूदी मनकाँ में वींको घणो मान-समान हे। वींने परबू के हरग-दुत क्यो के, वो थाँने आपणाँ घरे बलावे अन जो थें केवो, वो हुणे।”
वो हरग-दुत जो वींऊँ बाताँ करियो हो, परोग्यो, तो कुरनेल्युस आपणाँ दो नोकराँ अन एक सपई जो धरमी मनक हो वींने बलायो जो वींकी हार-हमाळ करता हा।
तरत परबू के हरग-दुत हेरोदेस पे वार किदो, काँके हेरोदेस परमेसर ने मान ने दिदो अन वींके किड़ा पड़ग्या अन वो मरग्यो।
काँके जीं परमेसर को मूँ हूँ अन जिंकी भगती मूँ करूँ हूँ, वींको हरग-दुत आज राते मारा नके आन क्यो,
पण, रात में परबुजी के एक हरग-दुत जेळ का कमाड़ा ने खोलन वाँने बारणे निकाळन क्यो,
तद्याँ पुवितर आत्मा फिलिपुस ने क्यो, “भड़े जान ईं रत की लारे वेजा।”
फिलिपुस सामरिया नगर में परोग्यो अन वटे लोग-बागाँ में अस्यान परच्यार करबा लागो के, ईसू ईं मसी हे।
तो पछे हरग-दुत कई हे? कई वीं हाराई हरग-दुत छुटकारो पाबावाळा मनकाँ की सेवा करबा का वाते खन्दई तकी आत्मा ने हे?