18 जद्याँ समोन देक्यो के, थरप्या तका का हात मेलबाऊँ पुवितर आत्मा मल जावे, तो वाँका नके रिप्या लान क्यो,
माँदा ने हव करो, मरिया तका ने जीवता करो, कोड़्या को कोड़ खतम करो अन हुगली आत्माने काड़ो। थाँ ईंने फोगट में पायो, तो ईंने फोगट मेंईस बाँटो।
जद्याँ परतस अन यहुन्ने वाँका पे हात मेल्यो तद्याँ पुवितर आत्मा वाँने मली।
“ओ सगती मने भी दो, ताँके मूँ जिंपे भी हात मेलू, वींने पुवितर आत्मा मले।”
अन वणा मनकाँ में लड़ई-जगड़ा वेवे हे जणाकी अकल मरगी हे, अन जीं हाँचऊँ छेटी वेग्या हे, वीं होचे हे के, परमेसर की सेवा धन कमावा को सादन हे।