44 “परमेसरऊँ मलबा को तम्बू हुन्ना कांकड़ में आपणाँ बड़ाबा की लारे हो। ओ तम्बू वस्यानीस बणायो हे, जस्यान परमेसर मूसा ने बणाबा के वाते बतायो हो।
वो वीं पुवितर जगाँ में सेवा कररियो हे ज्यो हाँचा तम्बू हे, जिंने कणी मनक ने, पण परबू बणायो हे।
जीं जगाँ पे वीं याजकपणा को काम कररिया हे, वो तो ज्यो हरग में हे वींकी नकल अन छाया हे। ईं वाते जद्याँ मूसो पुवितर तम्बू बणाबावाळो हो, तद्याँई वींने चेतावणी दिदी गी के, “ध्यान राकज्ये के, थूँ हरेक चीज वींके जस्यानीस बणाज्ये, जस्यान थने मंगरा पे बतई ही।”