43 थाँ मोलेक बावजी को तम्बू अन रिपान नाम का तारा बावजी की मूरताँ ने लेन फरता हा, ज्याँने थाँकाणी पूजबा के वाते बणई ही। ईं वाते मूँ थाँने बाबुल का देसऊँ भी छेटी खन्दाऊँ।’