27 पण, जो आपणाँ पड़ोस्याँ पे अन्याव करियो हो, वणी मूसा ने धको देन क्यो, “थने कूण माकाँ पे राज करबावाळो अन पटेल बणायो हे?”
ईसू मन्दर में ऊबा वेन उपदेस हुणारिया हा, तो मुक्य याजक अन यहूदी नेता वाँका नके आन पूँछ्यो, “थूँ ओ किंका हकऊँ करे हे? अन थने ओ हक कूणी दिदो हे?”
ईसू वींने क्यो, “अरे भला मनक, मने थाँको न्याव कन बटवारो करबावाळो कणी बणायो हे?”
वे वाँ दुई थरप्या तका ने लाया अन पूँछबा लागा, “थाँकाणी कस्यी सगती अन कस्या हकऊँ ओ काम किदो?”
जद्याँ मोटी सबा का लोग ओ हुण्यो, तो वे रीस में आन थरप्या तका ने मारणो छाया।
“जीं मूसा ने वाँकाणी ओ केन नकार दिदो, ‘थने कूण माकाँ पे राज करबावाळो अन पटेल बणायो हे?’ वींनेईस परमेसर राज करबा अन छुड़ाबावाळो बणान वीं हळगता तका झाड़ में दरसावो दिदा तका हरग-दुत की मदतऊँ खन्दायो।
“पण, आपणाँ बड़ाबा वींकी ने मानी अन वींने नकारन आपणो मन मिसर देस दयने फेर दिदो।
जद्याँ यहूदी मोटी सबा का लोग ओ हुण्यो तो, वीं रीस में आन राता-पीळा वेग्या अन दाँत पीसबा लागा।