26 दूजे दन मूसे देक्यो के आपणाँ मनकाँ मूँ कुई लड़रिया हा, तो वाँने हमजोतो करबा के वाते क्यो, “भई, थें तो भई-भई वेन एक-दूँजा पे अन्याव काँ करो हो?”
तद्याँ वाँकाणी आपणाँ चेला ने नाव पे चड़ाया ताँके वीं वाँकाऊँ पेल्याँ पेली परा जावे, जतरे मूँ लोगाँ ने हिक देन अऊँ।
वे ओ होच्यो के, मारा भई हमजी परमेसर वींका हातऊँ मुगती देवई, पण वाँकाणी ने हमज्या।
यद्याँ मसी थाँकी हिम्मत बड़ावे, वाँको परेम थाँने धिज्यो देवे, पुवितर आत्मा थाँके हाते रेवे, अन थाँ एक-दूँजा का वाते दया अन बाळ राको हो
खुद का हवारतऊँ कई मती करो अन जूटो मेपणो मती करो, पण नरमाईऊँ खुदऊँ हेला एक-दूँजा ने हव हमजो।