18 तद्याँ मिसर में दूजो राजो बण्यो, जो युसुप का बारा में ने जाणतो हो।
वणी आपणाँ मनकाँ की लारे छळ किदो अन आपणाँ बड़ाबा ने घणो दुक देन मजबूर किदा के, आपणाँ बाळक-टाबर ने मरबा वाते घरऊँ बारणे नाक दे।