13 वाँकाणी जो जूटा गवायाँ ने पेस किदा जणा क्यो, “ओ मनक तो ईं पुवितर मन्दर अन मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा का विरोद में बोलतो तको कदी थाँके भी कोयने।
“ईं वाते जद्याँ थाँ वीं ‘उजाड़ करबावाळी अबकी चीज ने,’ जिंको बखाण दानियेल परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा का मुण्डाऊँ करियो ग्यो हे, मन्दर की पुवितर जगाँ पे ऊबी देको, भणबावाळा खुद हमज ले के, ईंको कई मतलब हे।
मुक्य याजकाँ अन हारी पंचात ईसू ने मार नाकबा का वाते वाँका विरोद में जूटी गवई का ताक में हाँ।
अन हाँको करन क्यो “हो इजराएल का मनकाँ, मदत करो? ओ वोईस मनक हे, जो लोगाँ के अन मूसा का नेमा के हामे रेन लोगाँ ने हिकावे अन अटा तईं के, वो जो यहूदी ने हे वींने मन्दर में लान ईंने अबड़ा दिदो हे”
पण पोलुस जवाब दिदो, “ने तो में यहूदियाँ की वेवस्ता का विरोद में, ने मन्दर अन नेई रोम का माराजा का हामे कई गुनो किदो हे।”
पछे वाँ लोगाँ, दूजाँ मनकाँ ने लोब-लाळच देन केवायो, “माँकाणी ईंने परमेसर अन मूसा की खोट्याँ खातो तको देक्यो हे।”
वे वींने धक्का-मुक्की देता तका नगरऊँ बारणे लाया अन वींपे भाटा फेंकबा लागा। वीं दाण गवायाँ आपणाँ जब्बो उतारन साउल नाम का मनक के पगाँ में मेल दिदा।
जद्याँ याजकपणो बदले जावे हे तद्याँ नेमा में भी बदलवा वेणो जरूरी हे।