वो एलिया के जस्यान की आत्मा अन तागत में वेन परबू का आगे-आगे चाली। मनकाँ को मन वाँके छोरा-छोरी का आड़ी फेर देई, अन परमेसर की आग्या ने ने मानबावाळा ने धारमिकता की अकल का आड़ी लेजाई। अन मनकाँ ने परबू का वाते त्यार करी।”
पण, आजाद नाम की एक मण्डली का मनक केवाया जो एक यहूदी परातना करबा के घर का मनक कुरेन, सिकन्दरिया, किलिकिया नगर अन आसिया परदेसऊँ आया यहूदी हाँ, वीं वींको विरोद करता तका बात-बच्यार करबा लागा।