39 पण जदी ईं काम परमेसर की आड़ीऊँ हे तो, थाँ वाँने रोक ने सको अन थाँ खुद परमेसर के विरोद में लड़ता तका दिको। वाँकाणी वाँकी सला मान लिदी।
अन पतरस मूँ भी थाँराऊँ केवूँ हूँ, थाँरा नाम को मतलब छाँट हे अन मूँ अणीस छाँट पे मारी मण्डली बणाऊँ। अन मोत की तागत वींपे असर ने केरी।
मूँ थाँने अस्या बोल अन अकल देवूँ के, थाँका हाराई दसमण थाँको सामनो ने कर सकी अन थाँने रोक ने पाई।
तो अस्यान परमेसर वाँ लोगाँ ने भी वोईस वरदान दिदो हो, जो परमेसर आपाँने परबू ईसू मसी पे विस्वास करबाऊँ दिदो, तो पछे मूँ वाँको विरोद करबावाळो कूण हूँ?
तद्याँ सबा में लड़ई वेगी, अन कुई मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा जो फरीसी हा, ऊबा वेग्या अन ओ केन लड़ई करबा लागा के, “माँ ईं मनक में कई दोस ने पावाँ, अन तद्याँ कुई आत्मा कन हरग-दुत अणीऊँ बात किदी, तो पछे ओ सई हे।”
पण, वो पुवितर आत्माऊँ मली तकी अस्यी अकल की बाताँ केतो के, वे वींका हामे ने आ सक्या।
“इस्तीपनुस बोलतो ग्यो ओ अडीग लोगाँ, थाँको मन परमेसरऊँ कतरो छेटी हे, थें तो परमेसर का संदेसा ने मानोईस कोयने। थाँ आपणाँ बड़ाबा जस्यानीस हमेस्यान पुवितर आत्मा को विरोद किदो।
साउल पूँछ्यो, “परबू, थाँ कूण हो?” वीं बोल्या, “मूँ ईसू हूँ, जिंने थूँ हतारियो हे।”
काँके परमेसर की मुरकता मनकाँ ग्यानऊँ ग्यानवान हे अन परमेसर की कमजोरी मनकाँ की तागतऊँ घणी बलवान हे।
कई आपीं परबू ने गुस्सा देवाड़ा हा? कई जतरा तागतवर परमेसर हे वाँकाऊँ आपीं हेला तागतवर हा?