30 ईं आपणाँ बड़ाबा का परमेसर, ईसू ने मरयाँ तकाऊँ पाछो जीवतो करन ऊबो कर दिदो हे, जिंने हूळी पे लटकान थाँ लोगाँ मार नाक्यो।
वणा क्यो, वीं आपणो पुवितर करार आद करन आपणाँ बड़ाबा पे दया करी।
अन आपाँ हारई जणा आ बाताँ का गवा हाँ, जो बाताँ वणी यहूदियाँ देस अन यरूसलेम में किदी ही, जिंने वाँकाणी हूळी पे लटकान मार नाक्यो।
जो आपीं आपणाँ पूरबजाँ का बंस का हा, आपणाँ वाते परमेसर पूरो किदो हे। जस्यान के, भजनाँ की किताब का दूजाँ पाट में लिक्यो हे, “थूँ मारो बेटो हे, आजइस मूँ थारो बापू बण्यो हूँ।”
अणीस ईसू ने परमेसर पाछो जीवतो कर दिदो, ईं बात का माँ हारई गवा हाँ।
तद्याँ वणी क्यो, “आपणाँ बापदादा का परमेसर थने ईं वाते चुण्यो के थूँ वींकी मरजी ने जाणे, अन धरमी मनक ने देक सके वींकी मुण्डा की बात ने हुण सके।
परमेसर जद्याँ आपणाँ दास ईसू ने चुण्यो अन सबाऊँ पेल्याँ वींने थाँका नके खन्दायो, ताँके थाँने खराब गेलाऊँ थाँको मन बदलन आसीस देवे।
ईसू मसी ज्यो आपणाँ वाते हरापित व्यो अन आपाँने वणा मूसा का नेमाऊँ छोड़ाया, काँके सास्तर में लिक्यो हे के, “ज्यो कुई हूळी पे लटकायो जाई वो हरापित वेई।”
वीं आपणाँ पापाँ ने खुद की देह पे लेन हूळी पे चड़ग्या, ताँके आपाँ पाप का वाते मरन धारमिकता का वाते जीवन जीवाँ, वींके मार खाबा के वजेऊँ थाँ हव व्या हो।