वाँ दनाँ में वटे एक जनमऊँ लंगड़ो मनक हो, जिंने लोग हरेक दन तोकन ले जाता हा अन मन्दर का सुन्दर नाम का बाणा पे बेटा देता हा, ताँके वो मन्दर में जाबावाळा लोगाऊँ भीक माँग सके।
तो पछे मोटी सबा का लोगाँ वाँ दुई जणा ने तापड़न छोड़ दिदा। वाँने सजा देबा को कई भी मोको ने मल्यो हो, काँके जो भी व्यो, वींका वाते लोग-बाग परमेसर की मेमा गारिया हाँ।