8 अन वो फदकन ऊबो वेग्या अन चालबा लागो। ओ उछळ्तो, चालतो अन परमेसर की बड़ई करतो तको वाँकी लारे मन्दर में ग्यो।
वो तरत देकबा लागो अन परमेसर की बड़ई करतो तको वाँके पाच्छे चालबा लागो अन यो परचो देकन हाराई लोग-बाग परमेसर की मेमा करबा लागा।
वणी दन थाँ राजी वेन आणन्द मनाज्यो, काँके थाँका वाते परमेसर का राज में मोटो फळ हे। आद राकज्यो के, वाँका बड़ाबा भी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा का हाते भी वस्योईस करिया करता हा।
अणा हारी बाताँ के पछे वो मनक ईसू ने मन्दर में मल्यो, जद्याँ ईसू वींने क्यो, “देक, अबे थूँ हव वेग्यो हे, अबे पाछो थूँ पाप मती करज्ये, अस्यान ने वे कुई मोटी आपत थारे गळा में पड़ जावे।”
अन पोलुस जोरऊँ हाको करन क्यो, “आपणाँ पगाँ पे ऊबो वे” वो ओ हुणताई फदकन ऊबो व्यो अन चालबा-फरबा लागग्यो।
अन जणी में हुगली आत्मा ही, वो वाँका पे जपट्यो अन वाँने हरा दिदा। वे नागा-पागा अन लोया-जाळ वेन वीं घरऊँ भागग्या।
पछे पतरस वींको जीमणो हात पकड़न ऊबो किदो। तो पगई वींका पगाँ अन गोडा में जीव आग्यो।