7 पछे पतरस वींको जीमणो हात पकड़न ऊबो किदो। तो पगई वींका पगाँ अन गोडा में जीव आग्यो।
तो ईसू वाँका नके ग्या अन हात पकड़न वाँने बेटा किदा, तो तरत वाँको ताव उतरग्यो अन वीं वाँकी सेवा-चाकरी करबा लागग्या।
वणा बाळकी को हात पकड़न क्यो, “तलीता कोम।” ईंको मतलब हे “नानी बाळकी मूँ थने कूँ हूँ, थूँ ऊबी वेजा।”
पछे ईसू छोरा ने हातऊँ पकड़न बेटो किदो। तो वो ऊबो वेग्यो।
जद्याँ ईसू वींका माता पे हात मेल्यो अन वाँ कुबड़ी हुदी ऊबी वेगी अन परमेसर की बड़ई करबा लागगी।
पण, पतरस क्यो, “मारा नके थने देबा वाते कई ने हे, पण जो भी मारा नके हे, वो मूँ थने देरियो हूँ। ईसू मसी नासरी का नामऊँ उठ अन चाल।”
अन वो फदकन ऊबो वेग्या अन चालबा लागो। ओ उछळ्तो, चालतो अन परमेसर की बड़ई करतो तको वाँकी लारे मन्दर में ग्यो।
“ईं लोगाँ की लारे अबे कई कराँ? काँके यरूसलेम का हारई लोग-बाग ओ जाणे हे के, वाँ घणा अचम्बावाळो परच्यो दिदो हे। अबे आपाँ वाँने नकार भी तो ने सका।
जद्याँ आज थाँ माँकाऊँ एक लंगड़ा को भलो करबा के वाते पूँछरिया हो के, ‘वो हव कस्यान व्यो?’
वींने पतरस हात पकड़न ऊबी किदी अन पछे वाँ राडी-बायाँ अन ईसू ने मानबावाळा लोगाँ ने बलान वाँने हूँप दिदी।