6 पण लोग तो वाट नाळरिया हा के, वींको हात हूजी कन वो एकदम रेटे पड़ जाई अन मर जाई। पण नरई देर तईं वींके कई ने व्यो, तो वाँको बच्यार बदलग्यो के, “ओ कुई देवता हे।”
जीं मनक आगे हा अन जीं पाच्छे हा वीं केरिया हा, “दाऊद का वंसज ने होसाना। धन्न हे वाँने जी परबू का नामऊँ आवे हे, हरग में होसाना।”
हाकम पिलातुस वाँने पूँछ्यो, “पछे ईसू ने, ज्यो मसी बाजे हे, वींको कई करूँ?” हारई वाँने क्यो, “वींने हूळी पे चढा दो!”
लोगाँ जोरऊँ हारो करन क्यो, “आ तो कस्या देवता की अवाज हे, मनक की तो कोयने हे।”
वटा की अड़े-भड़े की जगाँ वीं टापू का हाकम पबलियुस की ही। वणी माँकी मनवार करन घरे लेजान आवभगत किदी अन माँ वटे तीन दन तईं मेमान बणन रिया।
फोराऊँ लगान मोटा मनक हारई वींकी बात पे चेतो देन केता, “ओ मनक परमेसर की वाँ सगती हे, जिंने ‘मोटी सगती’ केवे हे।”