10 वाँकाणी माने घणो दान देन माँको मान किदो, जद्याँ माँ जाबा में हा तो वणा माँके जरुरत की चिजाँ ने लान जाँज में मेली।
तीन मिना केड़े माँ सिकन्दरिया का जाँज में बेटन चाल पड़या, जो जाँज हियाळो काटबा वाते ईं टापू पे रक्यो तको हो, जिंको “जोड़ला देवता” हो।
जद्याँ अस्यान व्यो तो वीं टापू का हंगळा माँदा मनक वटे आया अन वीं हाराई हव वेग्या
मारा परमेसर आपणाँ मेमा भरिया धनऊँ ईसू मसीऊँ थाँकी हारी कमी ने पुरी करी।
अन माँ ओ ने छावाँ के, थाँ अन मनक अन कुई दूजाँ माँने आदर-मान देवे।