वणी बन्दरगा में हियाळा का दन काटणा हव कोयने हा, ईं वाते घणा लोगाँ तो ते किदो के, वे सके तो वटूँ कस्यान भी फिनिक्स जान हियाळा का दनाँ ने काटाँ। ओ तो क्रेता को एक बन्दरगा हो जो लंकव-आतमणो अन धरव-आतमणो का आड़ी खलतो हो।
जद्याँ थोड़ो-थोड़ो लंकव का आड़ीऊँ वइरो बाजबा लागो, तो वाँकाणी होच्यो के जस्यान वणा मन में धारियो हो वस्यानीस वे जाई, ईं वाते लंगर काड़ दिदो अन क्रेता का कनारे-कनारे जाबा लागा।