वे देक्यो के, चेलाऊँ नाव ने आगे डगाणो घणो भारी पड़रियो हे, काँके वइरो वाँके हामे चालरियो हो। तो भाग-फाट्याँ के लगे-भगे वो समन्द पे चालतो तको वाँका नके आयो अन वाँकाऊँ आगे निकलणो छातो हो,
केसरियाऊँ भी थोड़ाक चेला माकाँ हाते आया, अन माने मनसोन नाम को जो साइपरस देस की पेली विस्वास्याँ की मण्डली का चेला मूँ एक हो, वींका अटे लाया, काँके माँने वटे रेणो हो।
जद्याँ माँ नरई दन तईं धीरे-धीरे चालता अन अबकीऊँ कनिदुस का नके ग्या काँके वइरा का हामे माँ टक ने सक्या ईं वाते माँ सलमोने का हामे वेन क्रेता टापू की आड़ में चाल्या।