37 माँ जो जाँज में हा, वीं दोस्ये छिय्योतर जणा हाँ।
वामूँ जणी-जणी सन्देसा ने मान्यो, वाँने बतिस्मो दिदो ग्यो अन वीं दन वाँकी मण्डली में लगे-भगे तीनेक हजार लोग-बाग मलग्या।
जद्याँ वे रोट्याँ खान धापग्या, तो जाँज ने हलको करबा वाते गऊँ फेंक दिदा।
तद्याँ युसुप आपणाँ बापू याकूब अन वाँका हारई परवार ने बुलाबा के वाते खन्दाया, जो पिच्योतर जणा हा।
हाराई मनकाँ ने अदिकारियाँ का रेटे रेणो छावे। काँके परमेसर की मरजी का बना कुई राज ने कर सके, अन अदिकारियाँ ने परमेसरइस बणावे हे।
ईं वणा मनकाँ की आत्मा हे, जणा जद्याँ नूह नाव बणारियो हो वीं टेम परमेसर को केणो ने मान्यो, पण परमेसर धिज्या का हाते वाँकी वाट नाळरिया हा, वीं टेम भी नाव में आट मनकईस पाणीऊँ बंचाया ग्या हा।