थरप्या तका का काम 27:2 - नुवो नेम (मेवड़ी नया नियम)
2 अदमुतियुम को एक जाँज जो आसिया का बन्दरगा में वेन जाबावाळो हो, माँ वींपे चड़न चाल पड़्या अन थिसलुनीके को मकिदुनीवाळो अरिस्तखुस नाम को मनक माकाँ हाते हो।
झाड़-फूक करबावाळा हंगळा जणा आपणाँ पोत्या-पानड़ा लाया अन हंगळा के हामे बाळ नाक्या। वणा पोत्या-पानड़ा का रिप्या जोड़्याग्या तो पचा हजार चाँदी का सिक्का के जतरा व्या।
अन हंगळा नगर में हाका-भार वेगी, अन लोगाँ मकिदुनिया का गयुस अन अरिस्तखुस जो पोलुस का हण्डाळ्याँ हा, वाँने पकड़ लिदा, अन हंगळा एक हाते मेदान में आग्या अन भेळा वेग्या।
जद्याँ वीं दन पूरा वेग्या तो माँ वटूँ चाल पड़या, अन वटा का हंगळा मनक अन वाँकी लुगायाँ अन छोरा-छोरी माँने नगर का बारणे तईं मेलवा आया, अन समन्द का कनारे माँ हंगळा गोडा टेकन परातना किदी।
मारा हाते का केदी अरिस्तखुस भी थाँने आद कररियो हे वस्यानीस बरनबास को भई मरकुस भी थाँने आद करे हे। (जद्याँ मरकुस थाँका नके आई तो थाँ वींकी आवभगत करज्यो ईंका वाते में थाँने पेल्याँई आदेस दे दिदो हो।)