जद्याँ वीं नरई दन तईं भूका रिया तो पोलुस वाँका बचमें ऊबो वेन क्यो, “हो लोगाँ, जद्याँ थाँ क्रेताऊँ ने निकळबा की मारी बात ने मानता, तो ने आ अबकी वेळा आती अन ने यो घाटो अन नकसाण वेतो।
विस्वास करबा की वजेऊँ नूह भी वणा बाताँ ने ज्यो वींने दिकई कोयने दिदी ही। ईं बारा में चेतावणी पान परमेसर की दरपणी का हाते आपणाँ परवार ने बंचाबा का वाते जाँज बणायो हो, अस्यान करन वणी दनियाँ ने दोसी ठेराई अन वो धारमिकता को वारिस बणग्यो, ज्यो विस्वास करबाऊँ आवे हे।
पाणी में चालबावाळा जाँज ने देको, वो पलई कतराई मोटा काँ ने वेवे अन जोर का बईरा का हाते परो जावे हे, पण एक फोरीक पतवारऊँ वींने चलायो जावे अन चलाबावाळा वींने काबू में करन जटे ले जाणो छावे, वटे ले जावे हे।