1 अग्रिपा पोलुसऊँ क्यो, “थने आपणाँ खुद का बारा में बोलवा को अदिकार हे।” तद्याँ पोलुस हातऊँ हानी करन जवाब देबा लागो,
“आपणी मूसा का नेमा में कणी भी मनक की जद्याँ तईं वींकी पेल्याँ हुण ने लेवे अन हमज ने लेवे के, वो कई करे हे। वतरे वींने दोसी ने बणायो जावे हे।”
पोलुस क्यो, “मारा हण्डाळ्याँ यहुदियो, भायाँ अन मारा बड़ाबा, मारा बंचबा के वाते मने जो कई केणो हे, वींने हुणो।”
में वाँकाऊँ क्यो, ‘रोमियाँ में अस्या रिति-रिवाज कोयने हे के, दोस लगाया तका मनक ने वाद-विवाद करन वींने बंचबा को मोको दिदा बनाई वींने दण्ड का वाते हूँप्यो जावे।’
काँके कणी भी केदी ने बना पाका दोसपतर त्यार करन दरबार का हामे पेस करणो हव ने हे।”
“हो राजा अग्रिपा, जतरी बाताँ को यहूदी मारा पे दोस लगायो हे, आज थाँरे हामे जवाब देणो मूँ खुद ने धन्न हमजूँ हूँ,
पण, परबू वींने क्यो, “थूँ जा। काँके ईं मनक ने हारी जात्या, राजा अन इजराएल का लोगाँ में मारो नाम फेलाबा वाते चुण्यो हे।
“पण परमेसर इजराएल्याँ का बारा में क्यो हे, “में हाराई दन मारी ने मानबावाळा अन विरोद वाळा का आगे हात फेलायो हो।”