जद्याँ पिलातुस न्याव की गाद्दी पे बिराज्यो तको हो तो वाँकी लुगई वींने ओ हमच्यार खन्दायो, “थूँ वणी धरमी मनक का मामला में भेळा मती रेज्ये। काँके में आज हपना में वाँका वाते घणो दुक जेल्यो हे।”
ईं बाताँ हुणन पिलातुस ईसू ने बारणे लायो अन वटे न्याव की गाद्दी पे बेटग्यो, वीं जगाँ ने भाटो को चबुतरो भी केता हो। जिंने इबरानी भासा में “गब्बता” भी केता हा।
पोलुस क्यो, “मूँ अबाणू रोम का राजा केसर के राजिपो करबावाळी गादी का हामे ऊबो हूँ, जटेइस मारो न्याव वेणो छावे। ईं बात ने थूँ हव तरियाऊँ जाणे हे के में यहूदियाँऊँ कई खोटो ने किदो हे।