27 काँके कणी भी केदी ने बना पाका दोसपतर त्यार करन दरबार का हामे पेस करणो हव ने हे।”
“आपणी मूसा का नेमा में कणी भी मनक की जद्याँ तईं वींकी पेल्याँ हुण ने लेवे अन हमज ने लेवे के, वो कई करे हे। वतरे वींने दोसी ने बणायो जावे हे।”
मने वींका बारा में अस्यी कई बात ने मली के जिंने लिकीन आपणाँ दरबार रोमी राजा केसर नके खन्दऊँ। ईं वाते में वींने थाँका हामे, खासतोरऊँ थाँका हामे राजा अग्रिपा, वींने मूँ लायो हूँ के, वणीऊँ जाँच-पूँछ करे, ईंऊँ मने कई लिकवा ने मले।
अग्रिपा पोलुसऊँ क्यो, “थने आपणाँ खुद का बारा में बोलवा को अदिकार हे।” तद्याँ पोलुस हातऊँ हानी करन जवाब देबा लागो,