चेला ने गरू का बराबर वेवा में अन हाळी ने मालिक का बराबर वेवा मेंईस संतोक करणो छावे। यद्याँ वीं घर का मालिक ने बालजेबूल केवे, तो वाँका घर का लोगाँ ने ओरी हेलो बुरो काँ ने केई?
अन मनक यो केन वींपे दोस लगाबा लागा के, “माँ ईंने लोग-बागाँ ने भटकातो तको पकड़्यो हे। यो राजा केसर ने हाँसल जमा करबा का वाते नटे हे अन यो आपणाँ खुद ने राजा मसी केवे हे।”
अन वणी वीं मनक ने छोड़ दिदो, जणी लड़ई-जगड़ो अन हत्या किदी ही। यो मनक वोईस हो जिंका बारा में लोगाँ मांग किदी ही। ईसू ने मनकाँ का हाताँ में हूँप दिदो ताँके जस्यान वी छावे वस्यान कर सके।
पण, वी यो केता तका वींपे ज्योर देबा लागा के, “अणी पूरा यहूदियाँ में लोग-बागाँ ने आपणाँ उपदेसाऊँ भरमाया हे। अणी गलीलऊँ सरू किदो अन अबे हारोई गेलो पार करन अटे आ पूग्यो हे।”
अन हाँको करन क्यो “हो इजराएल का मनकाँ, मदत करो? ओ वोईस मनक हे, जो लोगाँ के अन मूसा का नेमा के हामे रेन लोगाँ ने हिकावे अन अटा तईं के, वो जो यहूदी ने हे वींने मन्दर में लान ईंने अबड़ा दिदो हे”
पण मूँ थाँरा हामे ओ मानूँ हूँ के, जिंने ईं पन्त केवे हे अन खोटो केवे हे, वींका रिति-रिवाजऊँ मूँ आपणाँ बापदादा का परमेसर की सेवा-चाकरी करूँ हूँ, अन जीं बाताँ वेवस्ता अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की किताबाँ में लिकी हे, वीं हारी पे मूँ विस्वास करूँ हूँ।
वीं मने नरई पेल्याऊँ जाणे हे, यद्याँ वीं गवई देणा छावे, तो वे आ गवई दे सके के, मूँ सरुआतऊँ एक फरीसी वेन आपणाँ धरम का हंगळाऊँ खरा पन्त के जस्यान जीवन जियो हो।