3 मोटाऊँ मोटा राजपाल फेलिक्स ने माँ हंगळी जगाँ अन हंगळी तरियऊँ धन्नेवाद के हाते मानाँ हा।
अन पोलुस के वाते घोड़ा की सवारी त्यार राको, के पोलुस ने राजपाल फेलिक्स नके राजी-खुसी पोंछा देवे”
“मोटाऊँ मोटा राजपाल फेलिक्स ने कलोदियुस लुमियास को नमस्कार।
वाँकाणी केसरिया देस जान राजपाल ने कागद देन पोलुस ने हूँप दिदो।
जद्याँ पोलुस ने बलायो तो तिरतुलुस पोलुस पे दोस लगान राजपालऊँ केबा लागो के, “थाँराऊँ माँ घणा सान्तीऊँ रेरिया हा अन माँकी भलई का वाते थाँ ईं देस में घणा हुदार किदा हे।
पण ईं बात को थने दुक ने देणो छारियो हूँ, पण थाँराऊँ हात-जोड़न अरज हे के थूँ करपा करन मारी थोड़ीक बाताँ हुणले।
पण पोलुस क्यो, “हो माटोऊँ मोटा फेसतुस, मूँ बेण्डो ने हूँ, पण हाँची अन हमज की बाताँ करूँ हूँ।