27 पण जद्याँ दो वर वेग्या तो फेलिक्स की जगाँ परख्युस फेसतुस आयो, अन फेलिक्स यहूदियाँ ने राजी करबा के वाते पोलुस ने जेळ मेंईस छोड़ दिदो।
पिलातुस भीड़ ने राजी करणो छातो हो, ईं वाते वे वाँका वाते बरब्बा ने छोड़ दिदो अन ईसू के कोड़ा लगाया अन हूळी पे चढाबा का वाते ने सपायाँ ने हूँप दिदो।
वणी जद्याँ ओ देक्यो के, ईं बातऊँ यहूदी राजी वेरिया हे, तो पतरस ने भी बन्दी बणाबा के वाते आगे बड़्यो। आ बात बना हाज्या की रोट्याँ का तेंवार पे व्यी ही।
तो वणी क्यो, “जद्याँ थाँरा पे दोस लगाबावाळा आई तद्याँ थारी बात कराँ।” अन वणी पोलुस ने हेरोदेस का मेल में राकबा को हुकम दिदो अन पेरादार ऊबा कर किदा।
फेसतुस वीं देस में आयो अन तीन दन केड़े केसरियाऊँ यरूसलेम ग्यो,
वणा ने वटे नरई दन व्या केड़े फेसतुस पोलुस का मुकदमा का बारा में वाँने बतायो, “अटे एक मनक हे, जिंने फेलिक्स केदी का रूप में छोड़न ग्यो हो,
फेसतुस जवाब दिदो, “पोलुस केसरिया में रुकवाळी में हे, अन मूँ खुद भी वटे जट परो जाऊँ।”
तद्याँ फेसतुस यहूदियाँ ने राजी करबा की वाते पोलुसऊँ क्यो, “कई थूँ छावे हे के, आपीं यरूसलेम चाला ताँके वटे थाँरा पे लगाया ग्या दोस को न्याव कराँ।”
अग्रिपा फेस्तुसऊँ क्यो “यद्याँ ओ मनक केसरऊँ अरज ने करतो तो ईंने छोड़ देता हा।”
वटे वो दो वर तईं किराया का घर में रियो, जो कुई वणीऊँ मलाबा आतो वो वाँकी आवभगत करतो।
कई अणीऊँ थाँने अस्यान लागे हे के, मूँ मनकाँ ने मानूँ हूँ कन यो के मूँ परमेसर ने मानूँ हूँ? कई मूँ मनकाँ खुस करणो छावूँ हूँ? यद्याँ मूँ अबाणू तई मनकाँ ने खुस करबा को काम करतो रेतो, तो मूँ मसी को दास ने वाजतो।