23 अन अदिकारी ने हुकम दिदो के पोलुस ने लेजान थोड़ीक आजादी का हाते रुकाळी करो अन ईंका हण्डाळ्याँ मूँ कुई भी ईंकी मदत करे तो रोकज्यो मती।
पोलुस के भाणेज ओ हुण्यो के, वीं पोलुस ने मारबा का होगन खादा हे तो वो छावणी में जान पोलुस ने के दिदो।
तो वणी क्यो, “जद्याँ थाँरा पे दोस लगाबावाळा आई तद्याँ थारी बात कराँ।” अन वणी पोलुस ने हेरोदेस का मेल में राकबा को हुकम दिदो अन पेरादार ऊबा कर किदा।
वींने पोलुसऊँ थोड़ाक रिप्या-कोड़ी मलवा की आस ही, ईं वाते वो ओरू भी पोलुस ने बला बलान बाताँ करतो हो,
फेसतुस जवाब दिदो, “पोलुस केसरिया में रुकवाळी में हे, अन मूँ खुद भी वटे जट परो जाऊँ।”
दूजे दन माँकाणी सेदा का बन्दरगा का नके जाँज रोकी, युलियुस पोलुस पे दया किदी के, वो हण्डाळ्याऊँ मलबा जावे ताँके वीं जरुरत की चिजाँ आने देवे।
जद्याँ माँ रोम में पोंच्या, तो एक सपई की रुकाळीऊँ अकेला में रेवा की इजाजत मलगी।
वो खुलेआम अन बना रोक-टोक परमेसर का राज को परच्यार करतो रियो अन परबू ईसू मसी की बाताँ हिकातो रियो।