4 वटे ऊबा तका मनकाँ पोलुसऊँ क्यो, “कई थूँ परमेसर का मोटा याजक ने भलो-बुरो केरियो हे?”
धन्ने हो थाँ, काँके मनक मारा नामऊँ थाँकी नन्दयाँ करे, अन हतावे अन जूटी बाताँ करन थाँका विरोद में हारी तरियाँ की खोटी बाताँ करे हे।
तद्याँ पोलुस वींऊँ क्यो, “परमेसर थने मारी, हे चुनाऊँ ढोळी तकी भींत। थूँ वेवस्ता के जस्यान मारो न्याव करबा ने बेटो हे, पण मने मारबा की आग्या देन वेवस्ता ने तोड़रियो हे?”
पोलुस क्यो, “हो भायाँ, मूँ ने जाणूँ के ओ मोटो याजक हे, काँके सास्तर में लिक्यो हे के, ‘आपणाँ लोगाँ का हाकम ने वल ने केणो छावे।’”