2 ईं बात पे हनन्या नाम के मोटे याजक पोलुस नके ऊबा मनकाँ ने पोलुस के मुण्डा पे रेपट मेलबा की आग्या दिदी।
तद्याँ वाँकाणी ईसू का मुण्डा पे थूँक्यो अन वींके लाता-गुमा मेल्या, अन कणी दूजाँ वींके रेपटाँ मेलन क्यो,
जद्याँ ईसू अस्यान क्यो तो मन्दर को एक चोकीदार ईसू का नकेईस ऊबो हो वणी ईसू के छापट मारन क्यो, “कई मोटा याजक ने जवाब ईं तरिया देवे हे?”
ईसू वींने जबाव दिदो, “यद्याँ में गलत क्यो, तो हाराई का हामे साबत कर। अन यद्याँ में सई क्यो हे तो मारे काँ ठोकी?”
पाँच दन केड़े मोटा याजक हनन्या अन थोड़ाक मोतबीर अन तिरतुलुस नाम का वकील ने हाते लेन आयो ताँके राजपाल का हामे वो पोलुस का मुकदमा ने पेस कर सके।