7 अन मूँ रेटे पड़ग्यो अन आकासऊँ एक अवाज हूणी ज्या मने केरी ही के, ‘हे साउल, हे साउल, थूँ मने काँ हतईरो हे?’
“तद्याँ वो वाँने केई, ‘मूँ थाँकाऊँ हाचेई केवूँ हूँ के, थाँ ज्यो अणा फोराऊँ फोरामूँ कणी एक का हाते ने किदो हे तो वो मारा हाते भी ने किदो।’
हाकम पिलातुस वाँने पूँछ्यो, “काँ, वणी कई खोटो काम किदो हे?” पण वीं ओरी हाका-हूक करन केबा लागा, “वींने हूळी पे चढा दो।”
“जद्याँ मूँ चालतो-चालतो दमिसक का नके पूग्यो, तो अस्यान व्यो के दपरी की टेम में अणाचेत को आकासऊँ उजितो मारे च्यारूँमेर वेग्यो।
में जवाब दिदो, ‘हो परबू, थाँ कूण हो’ वणा मने क्यो, ‘मूँ ईसू नासरी हूँ, जिंने थूँ हतारियो हे।’
वो रेटे पड़ग्यो अन एक अवाज हूणी, जो वींने केरी ही, “साउल, ए साउल! थूँ मने काँ हतारियो हे?”
पेल्याँ मूँ परमेसर का बारामें बुरो बोलबावाळो, वींका मनकाँ ने हताबावाळो अन वाँकी मजाक करबावाळो मनक हो। ईंका केड़े भी मारा पे दया वी, काँके एक बना विस्वासवाळा का जस्यान अणजाण में ईं हाराई में काम किदा हा।