जद्याँ ईसू गलील का समन्द का नके वेन जारियो हा। वटे वणा दो हगा भई समोन ज्यो पतरस केवातो हो अन वींका भई अन्दरियास ने समन्द में आपणाँ जाळ नाकता तका देक्या। काँके वीं माछळी पकड़बावाला हा।
हारई यहूदियाँ का परातना घर में मूँ वाँने दण्ड दिया करतो अन परमेसर की नन्दयाँ करबा वाते वाँपे जोर नाकतो। वाँका पे मारो गुस्सो अतरो हो के, वाँने हताबा का वाते नरी जगाँ अन बारवास का गामाँ में जातो।