19 में क्यो, “हो परबू, वीं तो जाणे हे के मूँ यहूदियाँ का परातना घर में जान विस्वास करबावाळा मनकाँ ने जेळ में नाकतो हो अन कूटतो हो।
पण थें लोगाऊँ हेंचेत रेज्यो, काँके वीं थाँने मोटी पंचातयाँ का पंचाँ का हाताँ में हूँप देई अन परातना घर में कोड़ाऊँ कुटी।
मूँ ईसू ने मानबावाळा लोगाँ ने अटा तईं हतातो रेतो के वीं नसंगी मर जाता हा। मूँ मनकाँ अन लुगायाँ ने बन्दी बणान जेळ में नाकतो हो।
साउल विस्वास्याँ की मण्डली ने खतम करबो सरू कर दिदो। वो घर-घर में जान विस्वासी लोग-लुगायाँ ने ठल्डतो तको जेळ में नाकबा लागो।
साउल अबाणू भी परबू का चेला ने मारबा का वाते दरपातो हो। वो खास मोटा याजक नके ग्यो