विस्वास्याँ की मण्डली का मनक वाँने खन्दाया। वीं फिनाके अन सामरिया देस में जाता तका, जो यहूदी ने हा वणा जस्यान विस्वास किदो, वो मण्डली में बताता ग्या, तो मण्डली का लोग ओ हुणन घणा राजी व्या।
केसरियाऊँ भी थोड़ाक चेला माकाँ हाते आया, अन माने मनसोन नाम को जो साइपरस देस की पेली विस्वास्याँ की मण्डली का चेला मूँ एक हो, वींका अटे लाया, काँके माँने वटे रेणो हो।
जद्याँ वीं दन पूरा वेग्या तो माँ वटूँ चाल पड़या, अन वटा का हंगळा मनक अन वाँकी लुगायाँ अन छोरा-छोरी माँने नगर का बारणे तईं मेलवा आया, अन समन्द का कनारे माँ हंगळा गोडा टेकन परातना किदी।
मने वींका बारा में अस्यी कई बात ने मली के जिंने लिकीन आपणाँ दरबार रोमी राजा केसर नके खन्दऊँ। ईं वाते में वींने थाँका हामे, खासतोरऊँ थाँका हामे राजा अग्रिपा, वींने मूँ लायो हूँ के, वणीऊँ जाँच-पूँछ करे, ईंऊँ मने कई लिकवा ने मले।
ईं वाते कुई भी वींने फोरो मती हमज्यो अन जद्याँ वो मारा नके आवे तो वींने गेला में जरूत की चिजाँ का हाते हिक देज्यो, काँके मूँ दूजाँ विस्वासी भायाँ का हाते वींकी आबा की बाट नाळरियो हूँ।