हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
पोलुस नरई दन तईं वटे रियो। पछे वटा का भई-बेनाऊँ हिक लिदी अन किंकरिया में टाट कड़ई, काँके वणी बोलमा बोली ही। अन जाँज में बेटन सिरिया में जाबा लागो, वींका हाते प्रिसकिल्ला अन अक्विला भी हा।
नरी दाण तो मूँ लम्बी जातरा पे ग्यो, नरी दाण खतरनाक नन्दयाँ, जबरा डाकूँऊँ, खुद का लोगाऊँ, ज्यो यहूदी ने हा वाकाँऊँ खतरा को सामनो किदो, नरी दाण नगरा में, समन्द में, काकड़ में, दिकावटी भायाँऊँ खतरा को सामनो किदो।
जद्याँ माँ मकिदुनिया में ग्या हा तो भी माँने आराम ने मल्यो हो, पण माँने नरी तरियाऊँ दुक जेलणो पड़्यो हो, बारणे आड़ी तो हतावऊँ अन हरदा का मयने दरपणी की वजेऊँ दुक जेलणो पड़्यो।