जद्याँ कुई मारा अन मारी हिकऊँ, कुकरमी अन पापी जमानाऊँ हरमाई तो मूँ ज्यो मनक को पूत(ईसू) हूँ, जद्याँ पुवितर हरग-दुताँ की लारे परमेसर की मेमा में आऊँ, तो वींका वाते हरमाऊँ।”
पण मूँ आपणाँ जीव ने कई ने हमजूँ। मूँ तो बेस वीं दोड़ अन सेवा का काम ने पूरो करणो छारियो हूँ, जिंने में परबू ईसुऊँ पाई हे, जो परमेसर की करपा का हव हमच्यार की गवई देणो हे।”
अन युतुखुस नाम को एक मोट्यार छोरो खड़की में बेटो हो। जद्याँ पोलुस आदी रात तईं बाताँ कररियो हो तो वो मोट्यार नींद में ऊंगरियो हो अन गेरी नींद में तीसरा माळाऊँ हेठे पड़ग्यो। जद्याँ लोगाँ वींने तोक्यो तो मरियो तको देक्यो।
तद्याँ वणी वाँने केबा के वाते एक दन ते किदो अन नरई मनक वटे भेळा व्या जटे वो रेरियो हो। वणी हवेरूँ लगान हाँज तक परमेसर के राज का बारा में बखाण किदो अन मूसा का नेमा अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की किताबाँऊँ ईसू का बारा में साबत करतो तको हमजातो रियो।
मूँ ईं वाते ओ केवूँ हूँ अन परबू का नाम में थाँने हेंचेत करूँ हूँ के, ज्यो विस्वास ने करे हे वाँके जस्यान अबे कदी भी जीवन ने जीवो, जिंको बच्यार कई काम को ने हे।
मूँ सिलवानुस ने विस्वास जोगो भई जाणूँ हूँ अन वींकी मदतऊँ यो कागद लिकन थाँकी हिम्मत बड़ाणी छारियो हूँ अन आ गवई देरियो हूँ के, परमेसर की हाँची दया याईस हे। थाँ ईंमें पाका बण्या तका रेज्यो।